शनिवार, 16 जुलाई 2011

एक नया कदम !!


पता नही क्यूँ, परंतु यह हिन्दी ब्लॉग शुरू करते हुए एक हर्ष का अनुभव हो रहा है| आप इसे हिन्दी भाषा के प्रति मेरा लगाव कह सकते हैं या मात्र अपने मन की भढ़ास निकालने का साधन| यह मैं आप पर छोड़ता हूँ, वैसे दूसरा विकल्प मेरी नज़र में ज़्यादा प्रबल दीख पड़ता है|
              कुछ दिनों पहले एक मित्र के ब्लॉग पर एक हिन्दी ब्लॉग का लिंक दिखा, शीर्षक था, "प्रायमरी का टीचर"| ब्लॉग की तुलना नही करूँगा, क्यूँकि मेरा मानना है कि तुलना व्यक्ति-विशेष के नज़रिए और पसंद-नापसंद पर निर्भर करती है| इस ब्लॉग के मध्यम से कुछ और  हिन्दी ब्लॉग्स पढ़ने का मौका मिला, और हिन्दी मे कुछ लिखने की इच्छा जागृत हुई|  उन ब्लॉग्स से हिन्दी मे लिखने की जो प्रेरणा मिली, यह ब्लॉग उसी का परिणाम है| आशा हैं, इस पर आपकी नज़रों का आशीष बरसता रहेगा|

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